क्या होगा अगर मैं आपसे कहूं कि मृत्यु के बाद जीवन खत्म नहीं होता? कि किसी की चेतना मृत्यु के बाद भी जारी रह सकती है? यह सवाल जितना रहस्यमयी है, उतना ही रोमांचक भी। पुनर्जन्म का विषय सिर्फ धार्मिक और आध्यात्मिक चर्चाओं तक सीमित नहीं है। दुनिया के कुछ वैज्ञानिकों ने इस गूढ़ रहस्य को समझने का साहस किया है और चौंकाने वाले तथ्य प्रस्तुत किए हैं।
इस लेख में हम पुनर्जन्म पर हुए वैज्ञानिक शोध, प्रसिद्ध मामलों और कुछ ऐसे अद्भुत किस्सों पर चर्चा करेंगे, जिन्होंने विज्ञान और अध्यात्म के बीच की दीवार को धुंधला कर दिया है। आइए इस अनसुलझे रहस्य की गहराई में उतरते हैं।
इस विषय में हमारा यह वीडियो द्रष्टव्य है –
चेस्टर कार्लसन और पुनर्जन्म पर वैज्ञानिक शोध की शुरुआत
1950 के दशक में चेस्टर कार्लसन, जो ज़ेरॉक्स मशीन के आविष्कारक थे, ने पुनर्जन्म पर एक नई वैज्ञानिक यात्रा शुरू करने में मदद की। जब उन्होंने डॉ. इयान स्टीवेंसन के शुरुआती शोध को देखा, तो वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इस शोध को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता दी।

Dr Ian Stevenson (American Psychiatrist)
कार्लसन ने स्टीवेंसन को पहले छोटी राशि दी, लेकिन 1960 में उन्होंने पुनर्जन्म पर गहन शोध के लिए $1 मिलियन का दान दिया। इस राशि से डिवीजन ऑफ़ पर्सेप्चुअल स्टडीज़ (DOPS) की स्थापना हुई, जो आज भी वर्जीनिया विश्वविद्यालय में पुनर्जन्म और चेतना पर शोध कर रहा है।


डॉ. इयान स्टीवेंसन ने अपने जीवन में 2,500 से अधिक मामलों का अध्ययन किया, जिनमें से कई आज भी रहस्य के रूप में जीवित हैं।

उन्होंने कई सारी पुस्तकों का भी प्रणयन किया –



वॉल्टर सेमक्यू: पुनर्जन्म की आधुनिक व्याख्या
पुनर्जन्म के रहस्य को आधुनिक दृष्टिकोण से समझाने का श्रेय डॉ. वॉल्टर सेमक्यू को जाता है। वॉल्टर ने अपनी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर ऐसे कई मामलों का विश्लेषण किया है, जिनमें पिछले जीवन के प्रभाव स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं।
उनकी शोध विधि यह साबित करने की कोशिश करती है कि कैसे एक व्यक्ति का पिछला जीवन उसके वर्तमान जीवन को प्रभावित कर सकता है। वॉल्टर ने कई ऐतिहासिक हस्तियों के पुनर्जन्म पर भी चर्चा की है। उनका मानना है कि पुनर्जन्म मानव चेतना के विकास का एक हिस्सा है, जिसे नकारा नहीं जा सकता।
उनकी पुस्तक काफी प्रसिद्ध हुई-


टीटू सिंह: भारत का रहस्यमयी पुनर्जन्म मामला
टीटू सिंह का मामला भारत के सबसे प्रसिद्ध पुनर्जन्म मामलों में से एक है। उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में जन्मे टीटू ने चार साल की उम्र में यह दावा किया कि वह पिछले जन्म में सुरेश वर्मा नामक व्यक्ति था, जिसकी पिछले जन्म में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
टीटू ने सुरेश वर्मा के परिवार, उनकी दुकान और उनके व्यापार से जुड़ी ऐसी जानकारियाँ बताईं, जो केवल सुरेश वर्मा ही जान सकता था। उन्होंने अपने पिछले जन्म की हत्या के बारे में भी बताया, जिसे जांच के बाद सत्यापित किया गया। उनकी पत्नी उमा देवी ने भी स्वीकार किया की टीटू सिंह सुरेश वर्मा ही हैं | हालाँकि उनका पुनर्मिलन अब संभव नहीं था |
डॉ. इयान स्टीवेंसन की अध्यक्षता में इस मामले को गहराई से अध्ययन किया गया और इसे पुनर्जन्म के सबसे सटीक और प्रमाणित मामलों में से एक माना गया।
हाल ही में टीटू सिंह ने स्वयं पॉडकास्ट करके अपना अनुभव साझा किया है जिसे आप यूट्यूब पर देख सकते हैं –
जिम टकर और उनके अद्भुत शोध
डॉ. जिम टकर, जिन्होंने डिवीजन ऑफ़ पर्सेप्चुअल स्टडीज़ (DOPS) का नेतृत्व किया, ने बच्चों में पुनर्जन्म की स्मृतियों का अध्ययन किया। उनका शोध मुख्य रूप से ऐसे मामलों पर केंद्रित है, जिनमें छोटे बच्चे अपने पिछले जीवन की घटनाओं का उल्लेख करते हैं।
एटलस का मामला:
पांच साल की उम्र में एटलस अपने पिछले जन्म के बारे में बताने लगा | उसकी माँ ने जिम टकर से संपर्क किया | उन्होंने आकर एटलस के पिछले जन्म से सम्बंधित घर और सम्बन्धियों के चित्र दिखाए और उसने सबको ठीक ठीक पहचाना | उसकी बातें वास्तविक थीं और एक रिकॉर्डेड दुर्घटना से मेल खाती थीं।
मार्टी मार्टिन का मामला:
मार्टी मार्टिन का मामला पुनर्जन्म के सबसे रहस्यमय मामलों में से एक है। Ryan Hammons नामक एक छोटे बच्चे ने कहा कि वह पिछले जन्म में हॉलीवुड का एक अभिनेता था। उसने अपने जीवन के बारे में 50 से अधिक बातें बताईं, जैसे उसका घर, उसकी पत्नी, और वह किस गली में रहता था।
जब इन जानकारियों की जांच की गई, तो पाया गया कि ये सभी विवरण सत्य थे। यह मामला इस बात का प्रमाण है कि पुनर्जन्म को केवल कल्पना नहीं माना जा सकता।
जेम्स लीनिंगर का मामला:
यह मामला सबसे चौंकाने वाला है। जेम्स लीनिंगर ने बचपन में द्वितीय विश्व युद्ध के एक पायलट के रूप में अपने पिछले जीवन की यादों का दावा किया। उसने बताया कि उसका विमान जापानी द्वीप के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
उसने अपने विमान के मॉडल, साथी पायलटों और यहां तक कि विमान दुर्घटना के स्थान की सटीक जानकारी दी। जब इतिहासकारों और शोधकर्ताओं ने जांच की, तो जेम्स की बातें 100% सही साबित हुईं।
डा जिम टकर ने अपने जीवन भर के शोधों के आधार पर ये पुस्तकें लिखी हैं –


पुनर्जन्म पर शोध पत्र और रहस्यमयी जानकारियाँ
यदि आप इन रहस्यमयी मामलों पर और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इन शोध पत्रों को पढ़ सकते हैं:
Ian Stevenson’s Research on Reincarnation
Jim Tucker’s Studies on Children’s Memories

उपरोक्त शोधपत्र वैज्ञानिक जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं और प्रामाणिक हैं | ये यूनिवर्सिटी ऑफ़ वर्जिनिया के वेबसाइट पर उपलब्ध हैं |